झील किसे कहते हैं?
भूतल पर स्थित वे विस्तृत गड्ढे या प्राकृतिक गर्त जिनमें जल भरा रहता है, झील कहते हैं। इस प्रकार झीलें स्थल के आन्तरिक भाग में स्थित जलपूर्ण गर्त हैं।
अथवा
जल की स्थिर एवं विशाल राशि जो चारों ओर से स्थल भाग से घिरी हो, झील कहलाती है।
लैगून किसे कहते हैं?
किसी बड़े जल निकाय के किनारे वाला उथला भाग, जो किसी संकीर्ण स्थलीय अवरोध द्वारा अंशतः अथवा पूर्णतः शेष जल निकाय से पृथक होता है, लैगून कहा जाता है। चिल्का भारत की सबसे बड़ी लैगून झील है। जबकि विश्व का सबसे बड़ा लैगून न्यूकैलीडोनिया झील है।
झीलों के प्रकार
उत्पत्ति, बनावट व जल का स्वभाव के आधार पर इन्हें निम्नलिखित प्रकार में वर्गीकृत किया गया है।
प्राकृतिक झीलें
भूगर्भिक हलचलों एवं धरातल के बहिर्जात बलों से उत्पन्न झीलों को प्राकृतिक झीलें कहा जाता है। जैसे-उत्तरी अमेरिका की ग्रेट लेक्स, भारत की डल, वुलर, मानसरोवर व राकसताल आदि झीलें।
कृत्रिम झीलें
ये मानव क्रिया द्वारा निर्मित झीलें हैं। जैसे-गोविन्द सागर झील, गांधी सागर झील, जयसमुद्रम, राजसमुद्रम आदि।
खारे पानी की झीलें
जिस झीलों में बाहर से पानी आकर मिलता तो है किन्तु निकलकर बाहर नहीं जाता है, वे प्रायः खारी झीलें होती हैं। जैसे-कैस्पियन सागर, मृत सागर, ग्रेट साल्ट लेक आदि।
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ताजे पानी की झीलें
इस प्रकार की झीलों में जलापूर्ति तथा निकास दोनों की व्यवस्था पायी जाती है। इसी कारण इनमें कभी नमक संचित नहीं हो पाता है। जैसे-सुपीरियर झील, बेकाल झील, टिटीकाका, नैनीताल झील आदि।
वलन झीलें
वलन क्रिया से निर्मित अभिनतियों में जल भर जाने से निर्मित झीलों वलन लेक कहते हैं। जैसे-एडवर्ड लेक, जेनवा लेक आदि।
गोखुर झील
नदी विसर्पों द्वारा निर्मित झीलों को गोखुर या चापाकार लेक कहा जाता है। प्रौढ़ावस्था को प्राप्त कर चुकी नदियां जब मैदानी भाग में प्रवेश करती हैं। तो अधिक क्षैतिज अपरदन करते हुए बड़े बड़े मोड़ बनाते हुए प्रवाहित होती हैं। इन मोड़ो को नदी विसर्प कहा जाता है।
डेल्टा झील
डेल्टाई भाग में नदियां कई जल धाराओं में बंट जाती हैं। दो जल धाराओं के बीच स्थित डेल्टा वाले भाग के निचले स्थान में जल एकत्र हो जाने से डेल्टा लेक का निर्माण होता है। जैसे-कोलेरू लेक, पोंचास्ट्रियन लेक, मायेह, मेरीगाट आदि झीलें।
भारत की प्रमुख झीलें
देश की अधिकांश झीलों की स्थिति उत्तर के पर्वतीय प्रदेश में ही सीमित है। समुद्र तटीय क्षेत्रों में भी कुछ महत्वपूर्ण झीलें स्थित हैं। मैदानी भाग में इनकी कमी है। देश में मिलने वाली विभिन्न प्रकार की लेक निम्नलिखित है।
वुलर लेक
यह जम्मू कश्मीर राज्य में स्थित भारत की सबसे बड़ी ताजे पानी की झील है। यह झेलम नदी द्वारा निर्मित गोखुर झील का उदाहरण है। तुलबुल परियोजना इसी पर स्थित है।
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चिल्का झील
यह ओडिशा राज्य में स्थित भारत की सबसे बड़ी लैगून झील झील है, जो झींगा उत्पादन के लिए प्रसिद्ध है। यह खारे पानी की तटीय झील है।
लोकटक लेक
यह मीठे पानी की "पूर्वोत्तर भारत" की सबसे बड़ी झील है, जो मणिपुर राज्य में स्थित है। यह विश्व में तैरती द्वीपीय झील के रूप में प्रसिद्ध है। इस झील में केबललामजाओ नाम का तैरता हुआ राष्ट्रीय पार्क है।
सांभर लेक
यह भारत की सबसे बड़ी खारे पानी की झील है। भारत के 60% नमक की आपूर्ति इसी से होती है। यह बॉलसन का उदाहरण है।
देबर लेक
यह राजस्थान के उदयपुर में स्थित खारे पानी की झील है, जो नमक उत्पादन हेतु प्रसिद्ध है। यह भारत की सबसे बड़ी कृत्रिम झील है। इसे 17वीं शताब्दी में उदयपुर के राजा ने निर्मित कराया था।
पुलिकट लेक
यह भारत की दूसरी सबसे बड़ी खारे पानी की झील है। बकिंघम नहर इसके पश्चिमी हिस्से से निकलती है।
बेम्बनाद लेक
यह केरल तट पर स्थित खारे पानी की लैगून झील है। वेलिंगटन द्वीप इसी में स्थित है। यह भारत की सबसे लम्बी झील है।
चो ल्हामु लेक
यह सिक्किम के उत्तरी भाग में 18 हजार फीट की ऊंचाई पर स्थित है, जो भारत की सबसे अधिक ऊंचाई पर स्थित झील है। तिस्ता नदी का उदगम यही से होता है।
विश्व की प्रमुख झीलें
कैस्पियन सागर
यह विश्व की सबसे बड़ी झील है जो एशिया तथा यूरोप दोनों महाद्वीपों में स्थित हैं। यह खारे पानी की झील है। इसके उत्तरी भाग में यूराल तथा वोल्गा जैसी नदियां गिरती है। परन्तु इसके दक्षिणी भाग में स्थित काराबुगास की खाड़ी में 140%लवणता मिलती है।
बैकाल झील
यह रूस के साइबेरिया क्षेत्र में स्थित विश्व की सबसे गहरी झील है। इसकी गहराई 1642 मी. है। यह 25 मिलियन वर्ष पुरानी विश्व की सबसे प्राचीनतम झील है।
महान झीलें
उत्तरी अमेरिका के महान झील प्रदेश के अंतर्गत पांच झीलें सुपीरियर, मिशीगन, ह्मुरन, इरी व ओंटारियों शामिल हैं। यह अपने परिवहन व औद्योगिक महत्व के लिए विश्व विख्यात हैं। सुपीरियर लेक विश्व की मीठे पानी की सबसे बड़ी लेक है।
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●टांगानिका लेक विश्व की दूसरी सबसे गहरी लेक है।इसके अलावा यह विश्व की सबसे लम्बी ताजे पानी की झील है।
●टिटिकाका लेक विश्व की सबसे ऊंची नौकागम्य लेक है। यह पेरू तथा बोलिविया की सीमा पर स्थित है।
●मृत सागर संसार की सबसे नीची झील है।
●अरल सागर खारे पानी की लेक है। यह कजाख्स्तान तथा उज्बेकिस्तान की सीमा पर स्थित है।
महाद्वीपों की सबसे बड़ी झीलें (सतह के क्षेत्रफल के आधार पर)
महाद्वीप झीलें
एशिया कैस्पियन सागर
अफ्रीका विक्टोरिया
आस्ट्रेलिया आइरे लेक
यूरोप लडोगा
उत्तरी अमेरिका सुपीरियर
दक्षिणी अमेरिका टिटिकाका
अंटार्कटिका वोस्टोक
●कैस्पियन सागर एशिया तथा यूरोप दोनों में स्थित है। यदि कैस्पियन सागर को हटाते हैं तो एशिया की सबसे बड़ी झील बैकाल होगी।
महाद्वीपों की सबसे गहरी झीलें
एशिया बैकाल
अफ्रीका टांगानिका
यूरोप होरनींदलस्वातनेत
उत्तरी अमेरिका ग्रेट स्लेव
दक्षिणी अमेरिका सैन मार्टिन
अंटार्कटिका बोस्टोक
आस्ट्रेलिया सेंट क्लेयर
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