भोजन को विषाक्त करने वाले जीवाणुओं से बचाव के लिए निम्नलिखित उपाय किये जा सकते हैं।
●उच्च ताप
उच्च ताप पर भोजन को गर्म करने से विषाक्त करने वाले हानिकारक जीवाणु नष्ट हो जाते हैं। हानिकारक जीवाणुओं को खत्म करने के लिये 104°F तापक्रम की जरूरत होती है।
●नमी दूर करना
भोजन को विषाक्त करने वाले मुख्य हानिकारक जीवाणु नमी में तेजी से वृद्धि और गुणन करते हैं। इसलिए सूर्य की तेज रोशनी में सुखाकर नमी दूर करने से खत्म हो जाते हैं।
●रासायनिक विसक्रामक पदार्थ
कुछ ऐसे रासायनिक पदार्थ हैं जिनके उपयोग से भी जीवाणु नष्ट हो जाते हैं।
●भोजन बनाने वाले और परोसने वाले की सफाई
जीवाणुओं के सृजन का माध्यम खुद भोजन बनाने वाला व्यक्ति भी हो सकता है। इसलिए भोजन बनाने वाले व्यक्ति को निम्नलिखित बातों का ध्यान रखना चाहिए
•हाथों की सफाई का विशेष ध्यान रखना चाहिए।
•धूल, मिट्टी, मैली, गन्दी वस्तुओं को छूने के बाद साफ पानी तथा साबुन से हाथ साफ करने चाहिये।
•मल-मूत्र त्यागने के बाद हाथ अच्छी तरह से साफ करना चाहिये।
•भोजन बनाने वाले के कपड़े साफ होने चाहिये क्योंकि कपड़ों की धूल, गन्दगी में भी जीवाणु होते हैं, जो भोजन में चले जाते हैं।
•बालों को साफ रखना भी उतना आवश्यक है जितना हाथ, कपड़े को साफ रखना।
•खाना बनाते और परोसते समय बीड़ी-सिगरेट अथवा अन्य किसी तरह का धूम्रपान नहीं करना चाहिये।
•अगर खाना बनाने वाले को सर्दी-जुकाम इत्यादि की शिकायत है, खाना नहीं बनाना चाहिये, चूँकि खाँसने, छींकने से भोजन में हानिकारक जीवाणु प्रविष्ट कर जायेंगे।
•हाथ में घाव अथवा त्वचा सम्बन्धी रोग होने पर भी भोजन पकाने और परोसने का काम नहीं करना चाहिये।
●रसोई के बर्तन तथा घर की स्वच्छता
भोजन बनाने वाले व्यक्ति की स्वच्छता के साथ ही उन बर्तनों की तथा उस स्थान की सफाई पर भी ध्यान देना आवश्यक है जहाँ भोजन बनाया जा रहा है। रसोईघर और उसके आस-पास के स्थान की सफाई भी आवश्यक है, इसके लिए निम्नलिखित उपाय किये जा सकते हैं--
•रसोईघर का फर्श साफ होना चाहिये।
•दीवारों पर से धूल, जाले इत्यादि हटा देने चाहिये।
•बर्तन माँजकर, साफ पानी से धोकर, साफ कपड़े से पोंछने चाहिये।
•भोजन बनाने के पहले भोज्य पदार्थों को अच्छे से साफ पानी से धो लेना चाहिए।
•पके भोजन को खुला नहीं छोड़ना चाहिये। उसे ढंककर रखना चाहिये।
पके भोज्य पदार्थों को जीवाणुओं से बचाने के लिये निम्नलिखित उपाय करने चाहिये--
•भोज्य पदार्थों को जालीदार अलमारी में ढककर रखें।
•खाद्य पदार्थों को साफ कपड़े से ढंकें।
•भोज्य पदार्थ लपेटने के लिये मोमदार कागज का उपयोग करें।
•फ्रीज की प्रबन्ध होने पर भोज्य पदार्थ फ्रीज में रखें। फ्रीज के अभाव में ठण्डे स्थान पर भोज्य पदार्थों को रखें।
•गन्दे बर्तन में जूठन न रहने दें। उसमें भी घर के जानवर मुँह डालते में हैं अथवा मक्खी, मच्छर, चूहे, तिलचट्टे इनके द्वारा जीवाणु फैलते हैं।
•घर के कूड़े-करकट को भी ढंककर रखना चाहिये जिससे कि वहाँ गन्दगी से जीवाणु भोजन तक न पहुँच पायें।
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